GSTR-4 फॉर्म को बेहतर ढंग से समझने में मदद करने के लिए फॉर्मैट, रिटर्न फाइलिंग, योग्यता और लागू नियमों पर नीचे चर्चा की गई है। कम्पोजीशन लेवी करदाताओं को वित्तीय वर्ष के बाद फॉर्म CMP-08 में महीने की 18 तारीख तक तिमाही रिटर्न दाखिल करना होता है।
GSTR 4 क्या है?
GSTR-4 एक महत्वपूर्ण GST वार्षिक रिटर्न फॉर्म है। इसे सालाना कंपोजिशन के जीएसटी करदाताओं द्वारा इलेक्ट्रॉनिक रूप से दाखिल किया जाता है। GSTR 4 अन्य डीलरों द्वारा दायर तीन मासिक फॉर्म GSTR-1, 2A और 2B, 3A और B से अलग है
GSTR 4 की देय तिथि क्या है?
जीएसटी कंपोजिशन डीलर को सालाना GSTR 4 में रिटर्न फॉर्म दाखिल करना होता है। जीएसटी कंपोजिशन स्कीम की देय तिथि आम तौर पर अगले वित्तीय वर्ष की 30 अप्रैल है। दूसरे शब्दों में, वित्त वर्ष 2020-21 के लिए GSTR-4 फॉर्म 30 अप्रैल 2021 तक दाखिल किया जाना है। वित्त वर्ष 2018-2019 तक, GSTR-4 फॉर्म वित्त वर्ष की समाप्ति के बाद महीने की 18 तारीख तक दाखिल किया गया था। वित्त वर्ष 2019-20 के GSTR-4 रिटर्न के लिए एक महत्वपूर्ण अपडेट यह था कि वार्षिक रिटर्न की तय तारीख 31 अगस्त 2020 तक बढ़ा दी गई थी और एक बार फिर से 31 अक्टूबर 2020 तक बढ़ा दी गई थी।
GSTR-4 फाइल करने के लिए कौन योग्य है?
GSTR 4 का मतलब उन करदाताओं द्वारा उपयोग किया जाने वाला रिटर्न फॉर्म से है, जो सालाना GST की कंपोजिशन स्कीम के तहत फाइल करने का विकल्प चुनते हैं।
सीजीएसटी (दर) की 7 मार्च 2020 की अधिसूचना संख्या 2/2019 के तहत सर्विस देने वाले की स्पेशल कंपोजिशन स्कीम के तहत आने वाले डीलर भी वित्त वर्ष 2019-20 से GSTR-4 के माध्यम से टैक्स भर सकते हैं।
क्या मैं GSTR-4 को रिवाइज कर सकता हूँ?
GSTN पोर्टल पर दाखिल GSTR 4 रिटर्न फाइनल है और इसे रिवाइज नहीं किया जा सकता है। हालाँकि, आप सामान्य GST पोर्टल पर उपलब्ध एक्सेल ऑफ़लाइन टूल (Excel offline Tools) का उपयोग करके GSTR 4 मे गलती को चेक कर सकते है और जाँचने के लिए ऑफ़लाइन टूल का उपयोग कर सकते हैं।
GSTR-4 के लिए लेट फीस क्या है?
यदि तय तारीख तक GSTR-4 दाखिल नहीं किया जाता है, तो रुपये 200 प्रति दिन लेट फीस के रूप मे लगेगा। इस जुर्माने की अधिकतम सीमा रु.5,000 या देय तिथि के 25 दिन बाद है।
GST कंपोजिशन रिटर्न फॉर्म GSTR-4 से संबंधित नया अपडेट क्या हैं?
1 मई 2021
1. सरकार ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए GSTR-4 दाखिल करने की तय तारीख 30 अप्रैल 2021 से बढ़ाकर 31 मई 2021 कर दी है।
2. जनवरी-मार्च 2021 के लिए 18 अप्रैल 2021 तक देय फॉर्म CMP-08 के लिए ब्याज शुल्क में छूट दी गई है। 8 मई को या उससे पहले CMP-08 दाखिल करने पर कोई ब्याज नहीं लिया जाएगा। 9 मई से 23 मई के बीच दाखिल करने वालों के लिए मई की ब्याज दर को घटाकर 9% कर दिया गया था, लेकिन उसके बाद 18% की दर से चार्ज किया गया।
15 फरवरी 2021
कंपोजीशन करदाता जीएसटी पोर्टल पर वित्त वर्ष 2020-21 के लिए फॉर्म GSTR-4 में वार्षिक रिटर्न दाखिल कर सकते हैं। GSTR-4 को 30 अप्रैल 2021 तक दाखिल करना होगा।
22 दिसंबर 2020 तक, GSTR 4 की तय तिथि बढ़ा दी गई और निम्नलिखित परिवर्तन किए गए:
- CBIC या केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड ने लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश में पंजीकृत करदाताओं के लिए वित्त वर्ष 2019-2020 के कंपोजिशन डीलर जीएसटीआर -4 के लिए जीएसटी रिटर्न दाखिल नहीं करने पर विलंब शुल्क माफ कर दिया है।
- 22 सितंबर 2020 और 31 अक्टूबर 2020 के बीच विलंबित रिटर्न जमा करने पर विलंब शुल्क में कमी या छूट की अनुमति दी गई है। यह उन करदाताओं पर लागू होता है जिन्होंने वित्त वर्ष 2017-2018 और 2018-2019 के लिए GSTR-4 फॉर्म दाखिल नहीं किए हैं।
- आईटीसी क्लेम की गई रिपोर्ट के नेविगेशन (navigation) में बदलाव और लायबिलिटी डिक्लेयर की तुलना के कारण फॉर्म 10 या जीएसटीआर -4 में रिटर्न दाखिल करने वाले करदाताओं के लिए लेट फीस के लिए रिलीफ मिलेगा।
- वित्त वर्ष 2019-2020 के लिए GSTR 4 वार्षिक रिटर्न की देय तिथि 31 अक्टूबर 2020 तक बढ़ा दी गई है।
32वीं जीएसटी काउंसिल मीटिंग अपडेट कंपोजिशन ट्रेडर्स स्कीम के तहत निम्नलिखित लाभ (सरकारी अधिसूचना की प्रतीक्षा) प्रदान करती है जिसमें शामिल हैं:
- जीएसटीआर 4 फॉर्मैट रिटर्न की वार्षिक फाइलिंग होगी बशर्ते कर का भुगतान क्वार्टरली (quarterly) किया जाए।
- सरकार ने कंपोजिशन स्कीम के तहत 1 अप्रैल 2019 से सालाना टर्नओवर की सीमा को बढ़ाकर 1.50 करोड़ रुपये कर दिया है।
- कंपोजिशन स्कीम के तहत सर्विस देने वालों पर 6 प्रतिशत जीएसटी दर लागू होती है, जिनका टर्नओवर पचास लाख प्रतिवर्ष से अधिक नहीं है। उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के लिए यह लिमिट 75 लाख है।
- यदि ग्राहकों को 10% सर्विस दी जाती है, तो डीलर कंपोजिशन स्कीम का ऑप्शन भी चुन सकते हैं।
क्या GSTR-4 तैयार करने और फाइल करने के लिए कोई ऑफलाइन टूल उपलब्ध है?
कंपोजिशन टैक्सपेयर्स द्वारा दाखिल किया गया वार्षिक रिटर्न फॉर्म GSTR-4 GST पोर्टल पर ऑफलाइन एक्सेल शीट/टूल के रूप में उपलब्ध है।
GSTR-4 वार्षिक रिटर्न दाखिल करने के लिए एक्सेल टूल (Excel Tool )
ध्यान दें कि कंपोजिशन के लिए जीएसटी रिटर्न के ऑफलाइन टूल में कई वैल्यू अपने आप भर जाती हैं। साथ ही,
- फाइल रिटर्न बटन तभी इनैबल (enable) होता है, जब
- कोई लायबिलिटी मौजूद नहीं होती है,और कोई अतिरिक्त नकद भुगतान नहीं करना होता है।
- डिक्लेरेशन बॉक्स मे चेक मार्क किए गए होते है।
- ऑथराइज सिग्नेटरी का चयन सिग्नेटरी ड्रॉप-डाउन सूची से किया जाता है।
- यदि GST CMP-08 में नेगेटिव लायबिलिटी स्टेटमेंट के साथ अधिक जमा राशि है, तो राशि खुद से मौजुदा किसी भी लायबिलिटी के लिए एडजस्ट हो जाती है।
- आप केवल इलेक्ट्रॉनिक कैश लेजर का उपयोग करके जीएसटी कंपोजिशन रिटर्न में लायबिलिटी का भुगतान कर सकते हैं। यदि इलेक्ट्रॉनिक कैश लेज़र की उपलब्ध शेष राशि लायबिलिटी को ऑफसेट करने के लिए अपर्याप्त है, तो आप क्रिएट चलान (CREATE CHALLAN) टैब का उपयोग कर सकते हैं और इलेक्ट्रॉनिक कैश लेज़र में भुगतान कर सकते हैं।
- तालिका-8 विलंब शुल्क और लागू कर की स्वतः गणना करती है। हालांकि, आपको ब्याज राशि खुद दर्ज करनी होगी।
- जब करदाता 'प्रोसीड टू फाइल' टैब का उपयोग करता है, तो इनवार्ड सप्लाई विवरण पर सेक्शन में रिलेवेंट टैक्स रेट की तालिका 4B, C, D तालिका-6 में स्वतः भर दी जाती है। ऐसे समय तक प्रदर्शित शेष राशि कर देयता के लिए '0' होगी।
- GSTR-4 फॉर्म में आउटवार्ड सप्लाई के लिए तालिका-6 पर पंक्ति संख्या 12 से 16 तक करदाता मैन्युअल रूप से भरता है।
- GSTR-4 तालिका-5 लायबिलिटी का सेल्फ एसेस्ड समरी है और त्रैमासिक रूप से जमा किए गए फॉर्म CMP-08 के विवरण से स्वतः भर जाता है।
- टैक्स राशि के विवरण के साथ GSTR-4 तालिका-4 भी चुनी गई कर रेट फ़ील्ड और दर्ज किए गए कर योग्य मूल्य के आधार पर स्वतः गणना की जाती है। यहाँ करदाता को लागू उपयुक्त सेस (CESS)दर्ज करने की आवश्यकता है।
- पिछले वर्ष के कुल टर्नओवर की आवश्यकता है और कोई शून्य '0' का उपयोग कर सकता है यदि करदाता पंजीकृत नहीं था, कोई लेन-देन नहीं था या पिछले वित्त वर्ष में टर्नओवर ज़ीरो था।
- GSTR-4 रिटर्न फॉर्म और CMP-08 फॉर्म के सभी क्वार्टर भर जाने के बाद GSTR 4 फॉर्म में वार्षिक रिटर्न स्वतः सक्रिय हो जाता है।
GSTR 4 में महत्वपूर्ण शॉर्ट फॉर्म
- वस्तु और सेवा करदाता पहचान संख्या - GSTIN
- गुड्ज़ की सप्लाई के लिए प्रयुक्त हार्मोनाइज सिस्टम ऑफ नोमेंक्लेचर - HSN
- यूनिट क्वानिटी कोड - UQC
- यूनिक आइडेंटीफिकेशन नंबर - UIN
- सेवाओं और वस्तुओं की सप्लाई का स्थान - POS
- सर्विसेज अकाउटिंग कोड - SAC
- पंजीकृत व्यवसाय से अपंजीकृत उपभोक्ता को - B2C
- पंजीकृत डीलर/व्यवसाय से दूसरे पंजीकृत व्यवसाय/व्यक्ति को - B2B
निष्कर्ष
GSTR 4 का अर्थ और इसके महत्व को नीचे सरल प्रश्नों और उत्तरों के माध्यम से संक्षेप में समझाया गया है। GSTR 4 में वार्षिक रिटर्न डीलरों, सेवाओं और व्यवसायों को हर महीने फॉर्म -1, फॉर्म 2, 2A, 2B, फॉर्म 3, 3A, 3B भरने के बजाय CMP-08 तिमाही फॉर्म और वार्षिक GST-4 फॉर्म दाखिल करने की अनुमति देता है। इसके अलावा, GSTR-4 की सीमा में हालिया संशोधनों ने कंपोजिशन स्कीम के तहत 1.5 करोड़ तक के टर्नओवर को दाखिल करने की अनुमति दी है।