सोशल इंजीनियरिंग के ट्रिक्स बहुत बड़ी समस्या है और कभी कभी स्केमर्स उनको मैनिपुलेट करके पीड़ित की धोखे से उनकी निजी जानकारी ले लेते है। Google pay फ्रॉड एक रीयल टाइम फ्रॉड है जहां यूजर को गलत लिंक पर क्लिक करने को कहा जाता है और उनका पर्सनल डीटेल्स ले लिया जाता है। आप अपने दोस्तों और परिवार को पैसे भेजने के लिए Google Pay का उपयोग कर सकते हैं लेकिन इस बात की थोड़ी बहुत संभावना है कि स्कैमर आपके प्रियजनों के रूप में खुद को पोज कर सकते हैं। इस गाइड में Google पेमेंट फ्रॉड क्या है और अनधिकृत लेनदेन से खुद को कैसे बचाएं और UPI धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करने के लिए आप जो कदम उठा सकते हैं हम उसे कवर करेंगे।
क्या आपको पता था? Google Pay को सबसे पहले सितंबर 2017 में Tez के नाम से लॉन्च किया गया था।
Google Pay फ्रॉड क्या है?
Google pay फ्रॉड को किसी भी ऐसे स्कैम की तरह माना जा सकता है जहां फ्रॉड करने वाला पीड़ित को अपने जाल में फंसा कर या मैनिपुलेट करके पैसे ट्रांसफर करवा लेता है। COVID-19 महामारी ने बिजनेस चलाने के तरीके को बदल दिया और कई बिजनेस मालिक ने पेमेंट के लिए डिजिटल मोड को चूना। मोबाइल वॉलेट ने पिछले दो सालों में ध्यान आकर्षित किया है और Google pay के लेनदेन रेगुलर क्रेडिट/डेबिट कार्ड से किए जाते है। पचास हजार से अधिक वेबसाइटें ऑनलाइन Google pay UP को पेमेंट को एक मोड के रूप में स्वीकार करती हैं, जिसका अर्थ है कि स्कैमर्स के पास यूजर को बरगलाने और उनके पैसे चुराने के बहुत सारे मौके हैं। जैसे-जैसे मोबाइल वॉलेट का उपयोग बढ़ा है ग्राहकों को यह समझने की जरूरत है कि ये वॉलेट कैसे काम करते हैं, जिसमें यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम भी शामिल हैं कि उनके खाते सुरक्षित रहें और उनका उल्लंघन न हो।
Google Pay कैसे काम करता है?
Google Pay यूजर को क्रेडिट और डेबिट कार्ड डिटेल्स के माध्यम से अपने बैंक खाता नंबरों को UPI से लिंक करने देता है। यह यूजर को खरीद के दौरान केवल QR कोड को स्कैन करके और लेनदेन को मंजूरी देकर POS टर्मिनलों पर ऑनलाइन पेमेंट शुरू करने देता है। ऐप संपर्क रहित पेमेंट करने के लिए नियर फील्ड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी का उपयोग करता है और यह ग्राहकों को मर्चेंट टर्मिनल पर किसी भी कागजात या दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए बिना वायरलेस तरीके से पेमेंट करने देता है।
यूजर्स अपने Google Pay UPI में कई बैंक खाते जोड़ सकते हैं और ऐप एक वर्चुअल अकाउंट नंबर जेनरेट करता है जिसे यूजर्स अन्य यूजर्स को डिजिटल पेमेंट ऑथराइज करने के लिए साझा कर सकते हैं। पेमेंट प्राप्त करने के लिए यूजर्स को केवल अपना UPI हैंडल शेयर करना होगा और जब पैसा ट्रांसफर किया जाता है, तो उन्हें पेमेंट को रिव्यू करनी होती है। हालांकि, लोग यूजर्स को मनी ट्रांसफर की अनुरोध भेज सकते हैं और पेमेंट मांग सकते हैं। यूजर्स को उन्हें ऐप के माध्यम से ऑथराइज करने की आवश्यकता होती है और उसके बाद ये पेमेंट खुद से प्रोसेस हो जाते हैं। ट्रांजैक्शन हिस्ट्री यूजर्स को ऐप के माध्यम से दूसरों को किए गए उनके Google Pay पेमेंट की पूरी सूची देखने देता है।
क्या Google Pay सुरक्षित है?
Google Pay डिज़ाइन द्वारा सुरक्षित है क्योंकि सभी पेमेंट डिटेल्स प्राइवेट सर्वर पर स्टोर होते हैं। जब शेयर किया जाता है, तो वर्चुअल नंबर दूसरों को बैंक डिटेल्स डिस्क्लोज़ करने की आवश्यकता को रोकता है। Google Pay में एक स्क्रीन लॉक मैकेनिज्म और पिन लॉक ऑप्शन है जो ऐप को एक्सेस करने की कोशिश करने वालों के लिए सुरक्षा की एक अतिरिक्त लेयर देता है।
खातों में और खातों से पैसे ट्रांसफर करने से पहले UPI पिन डालना होगा। यदि यूजर्स का फोन खो जाता है या चोरी हो जाता है तो ऐप इसे किसी भी रीमोट लोकेशन से लॉक करने के लिए ‘गूगल फाइंड माई डिवाइस' (Google Find My Device) का ऑप्शन देता है। यूजर्स अपने Google अकाउंट से लॉग आउट कर सकते हैं और स्कैमर से अपनी सुरक्षा के लिए अपने डेटा को मिटा सकते हैं। ऐप के माध्यम से किए गए सभी पेमेंट पूरी तरह से एन्क्रिप्टेड (encrypted) होते हैं।
Google Pay फ्रॉड से कैसे सुरक्षित रहें?
Google Pay फ्रॉड स्कीम से सुरक्षित रहने के लिए निम्नलिखित गाइड्लाइन को फॉलो करें:
अपना Google Pay OTP शेयर न करें - आपका Google Pay OTP निजी रखा जाना चाहिए और किसी के साथ साझा नहीं किया जाना चाहिए। सुनिश्चित करें कि आपका डिवाइस और लॉक-स्क्रीन सुरक्षित है। आप नहीं चाहते कि कोई भी आपके स्मार्टफोन तक पहुंचे और आपके लॉगिन ओटीपी का गलत उपयोग करें।
- मनी ट्रांसफर स्कैम के झांसे में न आएं - स्कैमर्स अक्सर खरीदारों को सामान और सर्विस को बेचने के लिए मनी ट्रांसफर पेमेंट करने के लिए मजबूर करते हैं। उन लोगों को कभी भी Google पेमेंट न करें जिन्हें आप नहीं जानते हैं और केवल विश्वसनीय व्यक्तियों के साथ लेन-देन करने के लिए ऐप का उपयोग करें। यदि आप उन्हें व्यक्तिगत रूप से नहीं जानते हैं तो उन्हे Google Pay न करें।
- भावनाओं पर नियंत्रण रखे - स्कैमर्स आपको लुभाने के लिए मनोवैज्ञानिक हथकंडे अपनाते हैं। कभी-कभी वे व्यक्तियों को डराते हैं या इमरजेंसी की बात करते हैं। जागरूक रहें और इन झांसे में न आएं। सबसे अच्छा होगा आप अनजान मेसेज और लिंक को न पढे और न ही खोले। डिलीट करे, अनदेखा करें और आगे बढ़ें।
- मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें - यदि आपके पासवर्ड को गेस करना या अनुमान लगाना आसान है तो संभावना है कि आपका एप या डिवाइस हैक हो सकता हैं। अपना पासवर्ड सेट करने के लिए अक्षरों, संख्याओं और प्रतीकों (symbols) के मजबूत कॉम्बिनेशन का उपयोग करें। लॉक स्क्रीन ऐप का उपयोग करें और अपने डिवाइस को विज़ुअल पैटर्न के साथ इनैबल करें। सुरक्षित रहने के लिए आपको हर महीने एक बार अपना पासवर्ड बदलने की आदत रखनी चाहिए। साथ ही अन्य मोबाइल ऐप्स पर अपने Google Pay UPI पासवर्ड का उपयोग करने से बचें।
- ऐप को अपडेट करना न भूलें - जब भी नई रिलीज़ या पैच सामने आते हैं तो आपके Google Pay UPI को अपडेट करना होगा। अपडेट नहीं करने हैक होने की संभावना बढ़ जाती है। यह सुनिश्चित करके कि आपका ऐप अप-टू-डेट है आप फ्रॉड ट्रांजैक्शन को रोक सकते हैं।
- अनजान पेमेंट अनुरोधों को स्वीकार करने से बचें - लोग UPI के माध्यम से आपसे मनी ट्रांसफर का अनुरोध कर सकते हैं। Google Pay UPI अनुरोध को मंज़ूरी देने से पहले दोबारा जांच लें।
- द्वेषपूर्ण सॉफ़्टवेयर डाउनलोड न करें - Google Pay UPI से संबंधित समस्याओं को ठीक करने या सहायता प्राप्त करने के लिए स्कैमर्स आपसे "स्पेशल ऐप" डाउनलोड करने के लिए कह सकते हैं। एन्गैज करने का प्रयास न करें और इन फ़ाइलों को डाउनलोड करने से बचें। यदि आप इन फ़ाइलों को डाउनलोड करते हैं तो वे बैकग्राउंड में मैलवेयर इंस्टॉल करते हैं और वह स्कैमर को आपके डेवलपर ऑप्शन का एक्सेस देते हैं।
- फर्जी हेल्पलाइन नंबरों से सावधान रहें: यह रेस्टोरेंट और बाहरी जगहों पर इस्तेमाल होने वाला आम स्कैम है। जब आप किसी फ़ोन नंबर को बाहर देखते हैं तो एक नंबर Google लिस्टिंग के रूप में दिखाया जाता है (जो वेरीफाई किया हुआ नहीं होता है और किसी स्कैमर का हो सकता है।) जब आप उसे कॉल करते हैं तो स्कैमर कस्टमर सर्विस रिप्रेजनेटिव होने का दिखावा करता है और यूजर को UPI के माध्यम से पेमेंट करवा कर नुकसान पहुंचाता है ।
- काउन्टरफिट UPI - काउन्टरफिट UPI ऐसे ऐप हैं जो Google Pay से मिलते-जुलते हैं और ऐप प्ले स्टोर पर लिस्टेड हैं। जब कोई नया यूजर एप को डाउनलोड और रजिस्टर करता है तो स्कैमर उनके पूरे बैंक डिटेल्स तक पहुंच जाता है। ज्यादातर मामलों में इन ऐप्स का पता लगाना आसान होता है क्योंकि Google Play Store पर इनके कम डाउनलोड और खराब रिव्यू होती हैं। Google Pay ऐप के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होने पर नए यूजर्स इसकी चपेट में आ जाते हैं। एक और जोखिम बिना वेरीफाई किए हुए वेबसाइटों से फेक Google Pay ऐप डाउनलोड करना जो यूजर के डाटा को चोरी करने देता है। साइन अप करने और ऑनलाइन UPI लेन-देन करने से पहले Play Store से ऑफिसियल ऐप डाउनलोड करना ठीक है।
यदि आपने Google Pay फ्रॉड का अनुभव किया है तो क्या करें?
यदि आपको संदेह है कि आपके साथ स्कैम की गई है या कोई अनधिकृत लेनदेन हुआ है, तो आप निम्नलिखित कदम उठा सकते हैं:
उस बैंक या वित्तीय संस्थान से संपर्क करें जिससे आपका Google Pay खाता जुड़ा हुआ है। आप https://support.google.com/pay/india/contact/report_activity पर फ़ॉर्म का उपयोग कर सकते हैं और Google को मामले की रिपोर्ट कर सकते हैं। बैंक स्कैम वाले लेनदेन की रिपोर्ट करने के लिए भी चौबीसों घंटे सहायता देते हैं। अपने स्तर से धोखाधड़ी लेनदेन के बारे में शिकायत दर्ज करें और अपने अधिकार क्षेत्र में साइबर पुलिस विभाग से संपर्क करें।
अपनी UPI ट्रांजेक्शन आईडी ट्रेस करें और देखें कि आपके खाते से किसने पैसा डेबिट किया है। संभावना है आप उनके बैंक से संपर्क कर सकते हैं और मामले की रिपोर्ट कर सकते हैं। FIR दर्ज करने और सबूत के लिए अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाएं। मामले की फाइल दूसरे बैंक को फॉरवर्ड करें और अनुरोध करें कि वे मामले को देखे। इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि स्कैमर को अपने बैंक से कॉल का जवाब देने और फॉलो अप करने के लिए मजबूर किया जाएगा।
निष्कर्ष:
अब जब आप जानते हैं कि स्कैमर्स विभिन्न तरीकों से Google Pay UPI यूजर को टारगेट करते हैं तो आप इसे रोकने के लिए आवश्यक कदम उठा सकते हैं।
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कृपया मामले की रिपोर्ट या तो अपने कार्ड जारी करने वाले बैंक को करें या नजदीकी साइबर क्राइम से संपर्क करें। मामले की रिपोर्ट करने के लिए Cybercell@khatabook.com पर ईमेल भेजें।
महत्वपूर्ण: SMS या अन्य चैनलों के माध्यम से प्राप्त होने वाले OTP, पिन या किसी अन्य कोड को कभी शेयर न करें। पब्लिक प्लेटफॉर्म पर कभी भी अपना अकाउंट नंबर या क्रेडिट और डेबिट कार्ड डिटेल्स शेयर न करें।